उत्तराखंड
उत्तराखंडः पुलिस सप्ताह में लिए गए ये बड़े फैसले, कर्मियों को मिलेगी बड़ी राहत…
Uttarakhand News: उत्तराखंड में पुलिस मुख्यालय में ‘उत्तराखंड पुलिस मंथन-चुनौतियां एवं समाधान’ थीम के तहत पुलिस सप्ताह का आयोजन किया गया है। इसके दूसरे दिन DGP अशोक कुमार ने समस्त रैंक के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ ‘वर्टिकल इंटरैक्शन’ कर विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श किया और तत्काल निर्णय लिए।
बैठक में लिए गए ये निर्णय
- चीता मोबाइल मोटरसाइकलों को तेल की कमी नहीं होने दी जाएगी।
- चौकियों को भी एक मोटर साइकिल प्रदान किये जाने की मांग की गयी।
- महिला हल्पडेस्क एवं चीता मोबाइल को सीयूजी मोबाइल नम्बर प्रदान किये जाएंगे।
- भविष्य में पुलिस चौकियों को भी सीयूजी मोबाइल नम्बर प्रदान किये जाने का प्रयास किया जाएगा।
- पुराने निरीक्षकों, उप निरीक्षकों एवं आरक्षियों को Tech savvy बनाया जाएगा। इस हेतु पुलिस लाइन व बटालियनों में उन्हें प्रशिक्षण कराया जाएगा, जिससे वे भी तकनीक का बखूबी इस्तमाल कर सकें।
- विशेषज्ञ सेवानिवृत्त पुलिस उपाधीक्षक, निरीक्षक एवं उप निरीक्षकों की मानदेय पर विवेचना में सहायतार्थ सेवा ली जाएगी।
- सभी जवनों में स्मार्ट बैरक्स को लेकर काफी खुशी है। इनसे उनके रहन सहन का स्तर उभरा है। स्माट बैरक्स की तर्ज पर अब थानें एवं चौकियों के शौचालयों को भी स्मार्ट बनाया जाएगा।
- पुलिस कर्मियों के वेलफेयर के तहत शुरू की गयी व्हाट्सएप पर छुट्टी हेतु आवेदन करने की व्यवस्था को अनिवार्य रूप से लागू किया जाएगा।
- पुलिस कर्मियों द्वारा अपने या अपने परिवार के किसी सदस्य के जन्मदिन एवं सालगिराह पर आकस्मिक अवकाश हेतु अनुरोध किया जाता है, तो उन्हें तुरंत अवकाश दिया जाएगा।
- पीएसी जहां पर स्थायी रूप से निवास कर रही है, वहां पर उनकी रहने के स्तर में सुधार हेतु सेनानायक 31वीं वाहिनी पीएसी की अध्यक्षता में कमेटी बनायी गयी है।
- पब्लिक प्रेशर में निलंबित या लाइन हाजिर किये गये कर्मियों की प्राथमिकता के आधार पर 03 दिवस के भीतर जांच पूर्ण कर प्रकरण की समीक्षा की जाएगी।
- पुलिस कर्मियों में तनाव मुक्ति हेतु उत्तराखण्ड पुलिस वाईव्स वेलफेयर एसोसिएशन (उपवा) के तत्वाधान में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।