उत्तराखंड
उत्तराखंडः दलितों के साथ भेदभाव करने वाले मंदिरों और धार्मिक स्थलों की सूची होगी तैयार…
Uttarakhand News: जाति प्रथा ने समाज में इतनी गहरे अपनी जड़ें जमा ली हैं कि आज भी इसका विकट रूप देखने को मिलता है। समय बदलने के साथ ही जातिगत भेदभाव की घटनाएं कम तो हुई हैं, लेकिन इनपर पूरी तरह अंकुश नहीं लग पाया है। ऐसे ही एक मामले में जहां प्रदेश को शर्मसार किया। उत्तरकाशी के एक युवक को ऐसे घांव दिए जो उसके सदमे में ले गए है। मामले में अब उत्तराखंड के सभी जिलों से ऐसे मंदिरों और धार्मिक स्थलों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए गए है जहां दलितों के साथ भेदभाव होता है। आइए जानते है पूरा मामला
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार उत्तरकाशी के मोरी क्षेत्र के सालरा गांव से भेदभाव के आधार पर ऐसी ही एक बर्बरता की खबर आई जिससे सबके रौंगटे खड़े कर दिए। युवक का इलाज दून अस्पताल में चल रहा है। बताया जा रहा है कि एक दलित युवक जब पूजा करने के लिए मंदिर में दाखिल हुआ तो लोगों के एक समूह ने जलती लकड़ियों से उस पर कथित तौर पर हमला किया। घटना इसी साल नौ जनवरी की है जब बैनोल गांव निवासी 22 वर्षीय आयुष मंदिर गया था। पीड़ित द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार रात भर उच्च वर्ग के कुछ लोगों ने मंदिर में उसके साथ मारपीट की, उसे बांध दिया और जलती लकड़ियों से उसकी पिटाई की।
मामले सोशल मीडिया पर छाया रहा। अब इस घटना का एससीएससी के अध्यक्ष मुकेश कुमार ने संज्ञान लिया है। उन्होंने भेदभाव करने वाले मंदिरों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए है। बताया जा रहा है किसूची के आधार पर स्थानीय प्रशासन पहले दलितों के साथ भेदभाव करने वालों को समझाने का प्रयास करेगा। यदि वे नहीं मानते हैं, तो उन पर प्रासंगिक कानूनों के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 चमोली टुडे न्यूज़ के वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें
👉 चमोली टुडे न्यूज़ के फेसबुक पेज़ को लाइक करें
Latest News -
मुख्यमंत्री ने उच्चाधिकारियों के साथ की कांवड़ मेला-2025 की तैयारियों की समीक्षा
मुख्यमंत्री ने एक पेड़ मॉं के नाम अभियान के तहत किया पौधारोपण
देहरादून: 11 अति व्यस्त जंक्शनों पर भी नवीन ट्रैफिक लाइट का कार्य भी हुआ पूर्णः जल्द होंगी समर्पित
मुख्यमंत्री ने उच्चाधिकारियों के साथ की कांवड़ मेला-2025 की तैयारियों की समीक्षा
डीएम ने पकड़ा भीषण खेल, एक ही व्यक्ति ने गुमराह कर दो बार विक्रय कर दी टिहरी बांध प्रभावितों को भूमि
