उत्तराखंड
उत्तराखंडः 10% आरक्षण को लेकर राज्य आंदोलनकारी करेंगे मुख्यमंत्री आवास कूच…
देहरादून। राज्य आंदोलनकारियों को 10% आरक्षण पर सकारात्मक कार्यवाही न होने, और न ही वार्ता हेतु अभी तक समय न मिलने से आक्रोषित राज्य आंदोलनकारीयों ने अपने पूर्व घोषित मुख्यमंत्री आवास कूच को सफल बनाने हेतु रणनीति बनाने हेतु एक महत्वपूर्ण बैठक कचहरी स्थित शहीद स्मारक पर संपन्न हुई.
लगभग चार घंटे चली बैठक की अध्यक्षता मंच के प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी एवं संचालन पूर्णसिंह लिंगवाल ने किया. बैठक मे सर्वसम्मति से तय किया गया कि घेराव सभी आंदोलनकारीयों के संयुक्त आंदोलनकारी संघठन के सामूहिक नेतृत्व मे किया जायेगा.
घेराव के लिए सभी आंदोलनकारी संगठनों एवं उनसे जुड़े आंदोलनकारी शक्तियों को अगली शनिवार दिनांक 24/12/22 को पर्वतीय गाँधी इंद्र मणि बडोनी की जयंती पर दिला राम बाजार से पहले मीड़ो ग्रैंड होटल के सामने एकत्रित होने का आह्वान किया गया.. ठीक 11.30 बजे प्रातः सभी आंदोलनकारी मुख्यमंत्री आवास कूच शुरू कर देंगे.
मंच के अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी ने कहा की पिछले कई सालों से सरकार से वार्ता निवेदन धरने प्रदर्शन के बाद भी अभी तक 10% आरक्षण चिन्हित करण के मामले नहीं सुलझे हैं. और न ही परिसीमन, लोकायुक्त, राजधानी, मुज़्ज़फ़र नगर कांड के दोषियों को सजा हो पाई हैं. मूल निवास 1950 लागू किये जाने राज्य मे तेज़ी से हो रहें डेमोग्राफी चेंज को रोकने के लिए भू क़ानून समिति की रिपोर्ट आज तक लागू नहीं की जा रही हैं. जिससे पृथक राज्य की अवधारणा खतरे मे पड़ रही है…
जय दीप सकलानी ने कहा की ये समझ नहीं आता की सरकार राज्य आंदोलनकारीयों की इतनी उपेक्षा क्यों करती है जबकी उन्ही के बदौलत आज सरकार मे हैं वो आंदोलनकारीयों से मिल कर उनकी बात सुनने मे क्यों घबरा रही है.जिस कारण राज्य आंदोलनकारी कूच हेतु मजबूर हैँ सरकार समय रहते एक 8 सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल को अधिकारीयों की मौजदगी मे वार्ता हेतु 20 तारीख तक आमंत्रित कर उनकी बात को सुने और समाधान करें…
अम्बुज शर्मा ने कहा की 10% आरक्षण की फ़ाईल कार्मिक विभाग मे तैयार है और शासन के अधिकारी मुख्यमंत्री के आदेश का इंतजार कर रहें हैं की फ़ाईल को कैबिनेट रखा जाये या दुबारा राजभवन मंजूरी के लिए 10% आरक्षण विधेयक को भेजा जा सके. अब सब कुछ मुख्यमंत्री के आदेश पर निर्भर है. इसीलिए आंदोलनकारी मुख्यमंत्री से एक बार मिलना चाह रहें हैं और समय मांग रहें हैं.
अगर समय नहीं मिला तो आगामी 24 दिसंबर को प्रदेश के आंदोलनकारियों लामबंध कर कूच किया जायेगा. यह भी तय किया गया कूच के बाद सभा स्थल पर ही पर्वतीय गाँधी स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी जी को जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी.. बैठक को सम्बोधित करने वालों प्रमुख रूप से उपरोक्त के अतरिक्त मोहन
सिँह रावत, वेदा नन्द कोठारी, उर्मिला शर्मा, सुलोचना भट्ट, केशव उनियाल, वीर सिँह रावत, विनोद असवाल, नवनीत गुसांईं,, प्रभात डंडरियाल, पुष्पलता सिलमाना, मुन्नी खंडूरी, संगीता रावत, सरोज रावत, सुमन सिंह भंडारी, अरुणा थपलियाल, द्वारिका बिष्ट, टिहरी से आये देवेंद्र नौटियाल, मनोज नौटियाल, सत्येंद्र नौगई, सीमा नेगी, संपत्ति मल्ल, हरी सिँह मेहर, उषा कोठारी, देवेश्वरी रावत, राधा तिवारी, मोहन सिंह खत्री, सुरेश कुमार, सुशील विरमानी राजेश पाँथरी एवं महासचिव राम लाल खंडूरी समेत बड़ी संख्या मे आंदोलनकारी उपस्थित रहे।
शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने आये यू के डी के नेताओं शिव प्रसाद सेमवाल, केंद्र पाल तोपवाल, अनिल डोभाल, समेत बड़ी संख्या मे पहुंचे कार्यकर्ताओं ने राज्य आंदोलनकारीयों की मांग का समर्थन करते हुए कूच मे भागीदारी निभाने का भरोसा दिया.