उत्तराखंड
उत्तराखंड पुलिस को दो जवान प्रधानमंत्री जीवन रक्षा पुलिस पदक से सम्मानित…
देहरादून अपनी जान की परवाह किये बगैर आग के बीच फंसी 6 जिंदगियों को सकुशल बचाकर अपनी सूझबूझ, अदम्य साहस का परिचय देने वाले उत्तराखंड पुलिस के जवानों को सम्मानित किया गया है। बताया जा रहा है कि फैजान अली और कांस्टेबल राजेश कुंवर को हाल ही में मध्यप्रदेश के भोपाल में आयोजित हुए राष्ट्रीय स्तरीय पुलिस सम्मेलन 66वीं आल इंडिया पुलिस ड्यूटी मीट 2023 में मध्यप्रदेश के राज्यपाल मध्यप्रदेश मंगुभाई पटेल द्वारा उन्हें प्रधानमंत्री जीवन रक्षा पुलिस पदक से सम्मानित किया गया।
हाल ही में मध्यप्रदेश के भोपाल में 13 फरवरी से 17 फरवरी तक आयोजित हुई 66वीं आल इंडिया पुलिस ड्यूटी मीट 2023 के अंतर्गत राज्यपाल मध्यप्रदेश मंगुभाई पटेल द्वारा सम्मेलन के अंतिम दिन उत्तराखंड पुलिस के जवान फैजान अली और राजेश कुंवर को ड्यूटी के दौरान अपना अदम्य साहस का परिचय देते हुए 6 जिंदगियां बचाने के लिए प्रधानमंत्री जीवन रक्षा पुलिस पदक से सम्मानित किया गया,जोकि राष्ट्र पटल पर समस्त उत्तराखंड पुलिस प्रशासन व प्रदेश के लिए अत्यंत गौरव की अनुभूति करने का क्षण बना।
जानकारी हो कि वर्ष 2019,5 जुलाई को राजधानी देहरादून के रायपुर थानाक्षेत्र अंतर्गत दशमेश विहार कॉलोनी निवासी विक्रांत के घर में रखी एक कार में आग लगी होने की सूचना थाना रायपुर पुलिस को प्राप्त हुई। आग लगने की सूचना पर तत्समय चीता मोबाईल ड्यूटी में नियुक्त कांस्टेबल फैजान अली और कांस्टेबल राजेश कुंवर घटना की सूचना पर तुरंत मौके पर पहुँचे। मौके पर पहुंचे पुलिस जवानों ने देखा कि आग की लपटें इतनी तेज थी कि उसने कार के पास ही खड़ी स्कूटी को भी आग की चपेट में ले लिया था। जवानों को घर के अंदर और बाहर धुंए के चलते कुछ भी दिखाई नही दे रहा था।
घर के अंदर भयानक धुंआ भर जाने बाहर तेज़ आग की लपटों के कारण विक्रांत कुमार की पत्नी,माता पिता व दो बच्चे घर मे ही फंसे हुए थे। दोनों ही पुलिस जवानों द्वारा बिन मौका गवाएं अपने मुँह पर गीला कपड़ा बांधा और धुंए के बीच घर मे दाखिल हुए। उनके द्वारा सभी घरवालों को हिम्मत बंधाते हुए छत के रास्ते सीढ़ी लगाते हुए सभी घरवालो को एक एक करके सुरक्षित घर से बाहर निकाला। उक्त दोनों पुलिस जवानों की त्वरित कार्यवाही,सूझबूझ व अदम्य साहस के चलते उक्त हादसे में 6 लोगो की जिंदगियां बची। उक्त दोनों जवानों के अदम्य साहस के लिए उत्तराखंड पुलिस द्वारा भी उन्हें पुरस्कृत किया जा चुका है।