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देहरादून में यहां देखने को मिलेगा फूलों का रंग-बिरंगा संसार, बसंतोत्साव में जानें क्या है खास…

उत्तराखंड

देहरादून में यहां देखने को मिलेगा फूलों का रंग-बिरंगा संसार, बसंतोत्साव में जानें क्या है खास…

Vasantotsav 2023: उत्तराखंड में आज से उत्‍तराखंड की राजधानी देहरादून में आज शुक्रवार से अगले तीन दिन तक फूलों का रंग-बिरंगा संसार नजर आ रहा है। आप भी यहां आकर मन को तरोताजा करने वाले इन नजारों का लुत्‍फ उठा सकते हैं।  तीन दिवसीय वसंतोत्सव का शुक्रवार सुबह 11 बजे राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने उद्घाटन किया। शुक्रवार को दोपहर एक बजे से शाम छह बजे तक तथा चार व पांच मार्च को सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक पुष्प प्रदर्शनी जनसामान्य के लिए खुली रहेगी।

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार 3 दिवसीय आयोजन में 16 मुख्य प्रतियोगिताओं की श्रेणी में कुल 62 उप श्रेणी हैं, जिनमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार दिए जाएंगे। कुल 186 पुरस्कार निर्णायक मण्डल के निर्णय के बाद 5 मार्च, 2023 को विजेताओं को दिए जाएंगे। इस वर्ष प्रतियोगिता में पहली बार 4 नई श्रेणियां, रूफटॉप गार्डनिंग, बोन्साई, टेरारियम एवं शहद शामिल किया गया है।

वसंतोत्सव 2023 मुख्य आकर्षण

  • 1.कट फ्लावर, 2.पॉटेड प्लान्टस प्रबन्धन, 3.लूज फ्लावर प्रबन्धन, 4.पुष्प के अतिरिक्त पॉटेड प्लान्टस
    5.रूफटॉप गार्डनिंग(सब्जियां), 6.कैक्टस एवं सकुलेन्ट्स,7. बोन्साई, 8 टेरारियम(Terrarium),9. हैंगिंग पॉटस, 10.विभिन्न प्रकार के गमले, 11.ऑन द स्पॉट फोटोग्राफी,12.ताजे पुष्प दलों की रंगोली, 13.खाने योग्य पुष्पों की प्रतियोगिता, 14.लॉन,15.शहद, 16. विद्यालयी एवं अन्य बच्चों हेतु पेंटिंग प्रतियोगिता(05 से 18 वर्ष आयु वर्ग)
  • उपरोक्त 16 मुख्य प्रतियोगिताओं की श्रेणी में कुल 62 उप श्रेणी हैं, जिनमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार दिये जाएंगे। इस प्रकार कुल 186 पुरस्कार निर्णायक मण्डल के निर्णय के उपरान्त दिनांक 05 मार्च, 2023 को विजेताओं को प्रदान किये जाएंगे।
  • इस वर्ष प्रतियोगिता में पहली बार 04 नई श्रेणियां यथा-रूफटॉप गार्डनिंग, बोन्साई, टेरारियम एवं शहद सम्मिलित की गयी हैं। साथ ही अधिक से अधिक पुष्प उत्पादकों को पुरस्कृत करने के उद्देश्य से कट फ्लावर प्रतियोगिता के अन्तर्गत मात्र व्यक्तिगत एवं कृषकों की ही प्रतिभागिता सुनिश्चित की जायेगी।
  • इस वर्ष तिमरू (Zanthoxylum armatum) को विशेष आवरण जारी किये जाने हेतु चयनित किया गया है। तिमरू उत्तराखण्ड सहित अन्य पर्वतीय राज्यों में पाये जाने वाला एक कांटेदार, सदाबहार, झाड़ीनुमा पौधा है। तिमरू में विभिन्न औषधीय गुण विद्यमान है। पहली बार वसंतोत्सव के प्रत्येक दिवस विषय विशेषज्ञों/प्रगतिशील कृषकों के साथ Inter Active Sessions आयोजित किये जायेंगे। औद्योनिकी के क्षेत्र में कार्य कर रहे उद्यान उद्यमियों/कृषकों एवं कार्मिकों को प्रोत्साहन दिये जाने के दृष्टिगत सम्मानित किया जायेगा।
  • राज्य में स्थापित कृषि/औद्यानिक विश्वविद्यालयों के साथ-साथ केन्द्रीय संस्थाओं को भी आयोजन में प्रतिभाग करने हेतु आमन्त्रित किया जा रहा है। राज्य में स्थापित कृषि/औद्यानिक विश्वविद्यालयों द्वारा पुष्प के क्षेत्र में किये जा रहे शोध कार्यों का प्रदर्शन स्टॉल के माध्यम से किया जायेगा।
  • उत्तराखण्ड में उत्पादित शहद, पुष्प, इत्र, मशरूम, जड़ी-बूटी इत्यादि को बढ़ावा देने तथा वृहद प्रचार-प्रसार की दृष्टि से स्टॉल के माध्यम से जनसामान्य को विस्तृत जानकारी प्रदान की जायेगी।
  • पुष्पों के व्यापार/व्यवसाय को बढ़ावा देने हेतु उत्तराखण्ड औद्यानिक परिषद द्वारा Buyer & Seller Meet का आयोजन किया जायेगा, जिसमें पुष्प क्रेताओं-विक्रेताओं को आमन्त्रित किया जा रहा है
  • इस वर्ष प्रथम बार औद्यानिकी से सम्बन्धित विभिन्न गतिविधियों के अन्तर्गत उत्कृष्ठ कार्य करने वाले चयनित कृषकों/ उत्पादकों/उद्यमियों एवं विभागीय कार्मिकों को मोमेन्टो/प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जायेगा ।
  • विगत वर्ष की भाँति इस वर्ष भी आमजन को यह सूचित करने के लिए कि पुष्पों का उपयोग सजावट के अतिरिक्त खाद्य पदार्थ के रूप में भी किया जा सकता है। खाने योग्य पुष्पों (Edible Flowers) यथा-गुलाब, गुडहल, रोडोडेन्ड्रॉन, स्ट्रॉबेरी ब्लॉसम इत्यादि की प्रतियोगिता सम्मिलित की गई है। जनपद देहरादून में एक जनपद एक उत्पाद” के अन्तर्गत बेकरी उत्पादों का चयन किये जाने के फलस्वरूप बेकरी उत्पादों हेतु उपयुक्त खाने योग्य फूलों को भी प्रतियोगिता में सम्मिलित किया गया है।
  • इस तीन दिवसीय आयोजन में राज्य के लगभग 30 विभागों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा, जिसमें उद्यान विभाग के अतिरिक्त विभिन्न शोध संस्थान/कृषि विश्वविद्यालय/बोर्ड/निगम आदि प्रमुख होंगे। इन विभागों/संस्थानों द्वारा आयोजन में अपना स्टॉल लगाकर अपने विभाग के जनोपयोगी कार्यक्रमों/तकनीकियों का उत्कृष्टता के आधार पर प्रदर्शन किया जायेगा।
  • वसंतोत्सव में विभिन्न पुष्प उत्पादकों (खुले में एवं संरक्षित वातावरण में उत्पादन) तथा पुष्प नर्सरी उत्पादकों द्वारा प्रतिभाग किया जायेगा।
  • उक्त के अतिरिक्त औद्यानिक यन्त्र, बायोफर्टिलाइजर, जैविक कीटव्याधि नियंत्रक उत्पादन करने वाली विभिन्न फर्मों को आमन्त्रित किया गया है। औद्यानिक गतिविधियों से जुड़े गैर सरकारी संस्थाओं/स्वयं सहायता समूहों/स्थानीय उत्पादक संगठनों द्वारा भी अपने कार्यक्रमों/उत्पादों का प्रदर्शन किया जायेगा।
  • स्कूल के 05 से 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों द्वारा पेन्टिंग प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया जायेगा। साथ ही दिव्यांग एवं वंचित वर्ग के बच्चों द्वारा भी पेन्टिंग प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया जायेगा।
  • संस्कृति विभाग, उत्तराखण्ड द्वारा प्रथम एवं द्वितीय दिवस (03-04 मार्च. 2023) को सांय काल 01 घण्टे का सांस्कृतिक सन्ध्या का आयोजन किया जायेगा, जिसमें स्थानीय भाषाओं के हरियाली से सम्बन्धित गीतों, लोक नृत्यों एवं अन्य कार्यक्रमों का प्रस्तुतिकरण किया जायेगा।
  • भारतीय सैन्य संस्थान (आईएमए), आईटीबीपी एवं पीएसी के बैंड आकर्षण के मुख्य केन्द्र रहेंगे।
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वसंतोत्सव-2023 के अन्य मुख्य कार्यक्रम-

  1. वसंतोत्सव में ’वर्टिकल गार्डन’ एवं रूफटॉप गार्डनिंग’ के माध्यम से नगरीय क्षेत्रों में औद्यानिकी को बढ़ावा देने हेतु पहल की गयी है, जिसमें कम स्थान पर विशेषकर घर की छत/बॉलकनी में पुष्पों एवं जैविक सब्जियों की खेती को प्रदर्शित किया जायेगा।
  2. वसंतोत्सव में इस वर्ष भी मौसम से सम्बन्धित जानकारी प्रदान करने हेतु मौसम विभाग द्वारा स्टॉल लगाया जायेगा।
  3.  इस वर्ष पुष्प उत्पादकों व पुष्प क्रेताओं के मध्य सीधे सामन्जस्य स्थापित करने हेतु उत्तराखण्ड औद्यानिक बोर्ड द्वारा क्रेता-विक्रेता सभा का आयोजन किया जा रहा है।
  4.  आई०टी०बी०पी० द्वारा आपदा एवं उसके बचाव हेतु विभिन्न प्रबन्धन तकनीकी की जानकारी प्रदान करने हेतु एवं उपयोग में लाये जाने वाले यन्त्रों के प्रदर्शन हेतु स्टॉल लगाया जायेगा।
  5. वसंतोत्सव के अवसर पर डाक टिकट प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जा रहा है।
  6. आर्ट गैलरी के माध्यम से विभिन्न पेन्टिंग्स का प्रदर्शन राजभवन ऑडिटोरियम गैलरी में किया जायेगा।
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