उत्तराखंड
टिहरी को मिली 13 करोड़ 12 लाख 85 हजार की 11 विकास योजनाओं की सौगात…
Tehri News: प्रदेश के पंचायती राज, पर्यटन, लोक निर्माण, सिंचाई, ग्रामीण निर्माण, जलागम, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज अपने गढ़वाल भ्रमण के दौरान जनपद टिहरी पहुंचे। यहां उन्होंने शुक्रवार को जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में सिंचाई, सड़क और पंचायतीराज विभाग की 13 करोड़ 12 लाख 85 हजार की 11 विकास योजनाओं की सौगात दी। इसके अलावा उन्होंने पंचम राज्य वित्त आयोग से प्राप्त 12.46 करोड़ की धनराशि की द्वितीय छमाही किस्त का 1034 ग्राम पंचायतों के खातों में PFMS के माध्यम से One Click द्वारा हस्तांतरण भी किया।
महाराज ने मुख्यमंत्री घोषणा के अंतर्गत जनपद भिलंगना विकासखण्ड में बूढ़ाकेदार व विनयखाल की 4 करोड़ 88 लाख 74 हजार की (55.240 किमी0) 20 पर्वतीय नहरों के सुदृढ़ीकरण योजना, भिंलगना विकासखण्ड के अंतर्गत घुत्तू बाजार एवं देवंज ग्राम की 4 करोड़ 85 बाढ़ सुरक्षा लाख 25 हजार रुपये की सिंचाई योजनाओं का शिलान्यास किया।
लोनिवि मंत्री ने लोक निर्माण विभाग द्वारा राज्य योजना के अंतर्गत घनसाली के विकासखण्ड भिलंगना के अंतर्गत 92 लाख 88 हजार की लागत से बनने वाले कोन्ती-बणगांव-सिलोली सेरा-चिलयालगांव तक मोटर मार्ग के नव निर्माण कार्य, द्वितीय चरण स्टेज-1, ग्राम सटियाला के तोक से ग्राम गवाणा मल्ला तक 61 लाख 71 हजार की धनराशि के मोटर मार्ग द्वितीय चरण स्टेज-1 के नव निर्माण कार्य और 99 लाख 27 हजार की धनराशि से बनने वाले घण्डियालधार से हडियाणा मल्ला श्री नागेन्द्र देवता मंदिर से खोमचू नामे तोक खोली तक मोटर मार्ग के नव निर्माण कार्य द्वितीय चरण का स्टेज-1 का भी शिलान्यास किया।
पंचायतीराज मंत्री महाराज ने राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के अंतर्गत जनपद के विकासखण्ड जाखणीधार के ग्राम पंचायत पिपोला ढुंग में 10.00 लाख, ग्राम पंचायत मन्दार में 20.00 लाख, विकासखण्ड चम्बा के ग्राम पंचायत पलास में 15.00 लाख, ग्राम पंचायत कोलधार में 15.00 लाख, ग्राम पंचायत वीड में 15.00 लाख, विकासखण्ड भिलंगना के ग्राम पंचायत मेड में 10.00 लाख की लागत से बनने वाले पंचायत भवन का शिलान्यास किया। पंचायतीराज मंत्री सतपाल महाराज ने PFMS के माध्यम से One Click द्वारा 1034 ग्राम पंचायतों को पंचम राज्य वित्त आयोग से प्राप्त द्वितीय छमाही किस्त रू 12.46 करोड़ की धनराशि का हस्तांतरण जनपद के ग्राम प्रधानों के खाते में किया।