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पिथौरागढ़ में नेपाल की ओर से की गई पत्थरबाजी, इस बात का विरोध कर रहे नेपाली…

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पिथौरागढ़ में नेपाल की ओर से की गई पत्थरबाजी, इस बात का विरोध कर रहे नेपाली…

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से बड़ी खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि यहां धारचूला में काली नदी के किनारे बन रहे 985 मीटर तटबंध के निर्माण कार्य के विरोध में नेपाल की ओर से एक बार फिर पत्थरबाजी की गई है। जिसमें एक मजदूर घायल हो गया है। पत्थरबाजी में एक जेसीबी का शीशा टूट गया है। वहीं अन्य मजदूरों ने भागकर जान बचाई है। आइए जानते है पूरा मामला क्या है।

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार नेपाल की ओर से घटखोला में यह पत्थरबाजी की घटना सामने आई है। बताया जा रहा है कि यहां पिथौरागढ़ के धारचूला में काली नदी के किनारे 985 मीटर तटबंध का निर्माण कार्य अंतिम दौर में चल रहा है। इस कार्य का नेपाल के नागरिकों द्वारा लगातार विरोध किया जा रहा है। निर्माण कार्य पर आपत्ति जताते हुए नेपाल की ओर से अब तक 10 बार पत्थरबाजी कर कार्य को बाधित करने की कोशिश की गई है। दोनों ओर से अधिकारियों की बातचीत के बाद मामला शांत हो जाता है लेकिन कुछ समय बाद फिर नेपाल की ओर से पत्थरबाजी कर निर्माण कार्य को बाधित करने की कोशिश की जाती है। इसमें नेपाल के मजदूरों को ही नुकसान हो रहा है। फिर भी वह अपनी हरकते नहीं छोड़ रहे है।

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बताया जा रहा है कि भारतीय क्षेत्र में तटबंध नहीं होने से मानसूनकाल के दौरान घटखोला सहित कई अन्य स्थानों पर जल भराव हो जाता है। नदी के तेज बहाव से भारतीय भूमि काली नदी में समाती जा रही है। भू-कटाव को रोकने के लिए सिंचाई विभाग तटबंध का निर्माण कर रहा है। जबकी नेपाल वर्ष 2013 में काली नदी किनारे बाढ़ सुरक्षा के लिए मजबूत तटबंधों का निर्माण कर चुका है। उस समय भारत की ओर से तटबंध निर्माण कार्य का विरोध नहीं किया गया। अब जब भारत तटबंध निर्माण कर रहा है तो नेपाल की ओर से लगातार पत्थरबाजी की जा रही है।

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