उत्तराखंड
उत्तराखंड में कांवडियों के लिए बनाए गए नियम, इन नियमों का पालन करना जरूरी…
Kanwar Yatra: देहरादूनः उत्तराखंड में कावंड यात्रा को लेकर तैयारियां जोरों पर है। 14 जुलाई से कांवड़ मेला शुरू हो रहा है। ऐसे में शासन भी मुस्तैद हो गया है। कांवड़ यात्रा में इस बार चार करोड़ यात्रियों के आने की संभावना है। पूरे कांवड़ क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 31 जोन और 133 सेक्टर में बांटा गया है। गोमुख यात्रा प्रतिबंध लगाया गया है। एक दिन में केवल 150 कांवड़ यात्रियों को ही गोमुख जाने की अनुमति रहेगी। साथ ही इसके कांवड यात्रियों पर भी कई तरह के प्रतिबंध लगाए है। नियमों का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। जानें नियम और शासन की तैयारी…
Kanwar Yatra: उत्तराखंड पुलिस ने कांवडियों के लिए नियम बनाए है। पुलिस ने हरिद्वार आने वाले कांवड़ियों को अपने इलाके के थाने और कोतवालियों में सूचित कर यात्रा शुरू करने की अपील की गई है। कांवड़ियों से अपील की गई है कि वह एक सूची साथ लेकर आएं, जबकि एक सूची को अपने क्षेत्रीय थाने में जमा करा दें। एक सूची हरिद्वार जिले में प्रवेश करते हुए पुलिस को दी जाए, ताकि हरिद्वार पुलिस के पास भी जानकारी रहे। बताया जा रहा है कि कांवड़ की ऊंचाई के सम्बन्ध में बताया गया कि अधिक से अधिक ऊंचाई सात फीट होनी चाहिये, ताकि यात्रा में व्यवधान उत्पन्न न हो। इसके साथ ही पहचान पत्र लाना जरूरी किया गया है।
दो साल बाद हो रही कांवड़ यात्रा के दौरान प्रशासन के अनुसार चार से पांच करोड़ कांवड़ियों के हरिद्वार पहुंचने का अनुमान है। यह तादाद अब तक की सर्वाधिक है। कांवड़ यात्रा को लेकर कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। ड्रोन से निगरानी होगी। 14 जुलाई से 26 जुलाई तक कांवड़ यात्रा है। यह एक बहुत बड़ा धार्मिक आयोजन है। इसके लिए कई तरह की तैयारियां की जा रही है। जहां कांवड़ियों की सुविधा का चारधाम,मसूरी एवं देहरादून आने वाले यात्रियों के लिए हरिद्वार से हटकर रूट तैयार किये गए हैं।
इस वर्ष पूरे कांवड़ क्षेत्र को 12 सुपर जोन, 31 जोन और 133 सैक्टर में विभाजित किया गया है, जिसमें लगभग 9-10 हजार कर्मी पुलिस व्यवस्था में लगेंगे। सुरक्षा व्यवस्था के लिए ड्रोन, सीसीटीवी का इस्तेमाल और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग को बढ़ाया जाएगा। साथ ही शिवभक्तों से सोशल मीडिया के माध्यम से अपील की जायेगी कि कांवड़ यात्रा को शान्तिपूर्वक सम्पन्न कराने में पुलिस प्रशासन का सहयोग करें।