उत्तराखंड
टिहरी में भी अतिवृष्टि से तबाही, मलबे में दबी महिला, पेयजल बाधित, रेस्क्यू जारी…
Tehri News: उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। देर रात्रि को हुई बारिश ने उत्तराखंड के कई क्षेत्रों में तबाही मचाई है। जनपद टिहरी से भी अतिवृष्टि से तबाही मचने की खबर सामने आ रही है। यहां नैलचामी क्षेत्र में भी मूसलाधार बारिश ने लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं। तो वहीं कीर्तिनगर में कोठार गांव में आवासीय भवन मलबे में दब गया। जिसमें एक महिला के दबने की सूचना है। कई मार्ग बाधित है तो वहीं पेयजल लाइन भी ध्वस्त हो गई है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार नैलचामी के मंदार गांव के ऊपरी क्षेत्र में अतिवृष्टि होने से गनाबांज गदेरे में पानी का अत्यधिक बहाव आया है। इससे सड़क मार्ग पर मलवा आ गया है और यातायात बाधित हो गया है। पेयजल लाइन भी ध्वस्त हो गई है। वहीं कीर्तिनगर में कोठार गांव में आवासीय भवन मलबे में दब गया। जिसमे 80 वर्षीय बचनी देवी दब गई हैं। उनकी खोजबीन जारी है। घटना से गांव वालों में अत्यधिक भय का माहौल है व शासन प्रशासन के प्रति भी आक्रोश है।
बताया जा रहा है कि तहसील धनोल्टी के कुमाल्डा मालदेवता क्षेत्र में भुत्शी और लॉर्खा में अतिवृष्टि के कारण लोगों का काफी नुकसान बताया जा रहा है। जनमानस की किसी भी प्रकार से हानि नहीं हुई है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की गई है। वहीं क्षेत्र के लिए डीएम, एसडीएम व एडीएम रवाना हुये हैं, साथ ही जल संस्थान व विद्युत विभाग की टीम कुमालड़ा के लिए रवाना हुई है। सिंचाई विभाग की टीम भी रवाना। वहीं 12 गांवो को जोड़ने वाले पुल को भी नुकसान पहुंचा है। 3 परिवारों को शिफ्ट किया गया है। नरेंद्रनगर से रानीपोखरी जाने वाला स्टेट हाईवे 77 किमी 1, 5, 6 व 7 के पास बंद हो गया है।
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 चमोली टुडे न्यूज़ के वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें
👉 चमोली टुडे न्यूज़ के फेसबुक पेज़ को लाइक करें
Latest News -
रुद्रप्रयाग: ग्रामोत्थान परियोजना अंतर्गत सहकारिताओं ने मनाया स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा
सचिव शैलेष बगोली ने आपदा से क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों को जल्द से जल्द दुरुस्त करने के निर्देश दिए
सुरक्षित स्थानों में किराए पर शिफ्ट होने के लिए प्रभावित प्रति परिवार को मिलेंगे 4-4 हजार प्रतिमाह
चमोली स्थित आदर्श ग्राम सारकोट में मुख्यमंत्री का जन्मदिन सादगीपूर्ण तरीके से मनाया गया
ऑनलाइन लेबर सेस मैनेजमेंट सिस्टम – उत्तराखंड श्रमायुक्त कार्यालय की ऐतिहासिक पहल
