उत्तराखंड
तेज बारिश से बालगंगा-धर्मगंगा नदी का जलस्तर फिर खतरे के निशान के ऊपर, ग्रामीणों में दहशत का माहौल…
टिहरी- पहाड़ों में विगत एक सप्ताह से हो रही तेज बारिश से बालगंगा-धर्मगंगा नदी का जलस्तर फिर खतरे के निशान के ऊपर बहने लग गया है। विकासखंड भिलंगना के बूढ़ाकेदार स्थित बाल गंगा के साथ ही धर्मगंगा का जलस्तर बढ़ने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बन गया है, जबकि बूढ़ा केदार से कोटी, अगुंडा, पिनसवाड, गेवाली गांव का तहसील से संपर्क कट चुका है। वहीं मोटर मार्ग का एक हिस्सा नदी के तेज बहाव की चपेट में आने से बह गया है। साथ ही मोटर मार्ग पर पैदल चलना भी खतरे से खाली नहीं है।
धर्म गंगा नदी में मलबा आने के कारण बाढ़ का पानी बूढ़ाकेदार गांव और बाजार इसकी चपेट में कभी भी आ सकता है। साथ ही सिंचाई विभाग द्वारा लगाई गई सुरक्षा दीवार भी कई जगह से क्षतिग्रस्त हो गई है। सुरक्षा के लिए बनाए गए छोटे-छोटे सी सी ब्लॉक भी बाढ़ की चपेट में आने से बह गए हैं। विगत 1 सप्ताह से कोटी, अगुंडा, पिनसवाड, गेवाली गांव में विद्युत आपूर्ति भी ठप पड़ी हुई है।
वहीं उप जिलाधिकारी घनसाली द्वारा मौके का जायजा लेकर संबधित विभाग को आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया है। साथ ही विद्युत विभाग को घोर लापरवाही पर फटकार लगाई गई है। वहीं 8 जुलाई को भारी बारिश से झाला बेलक पैदल संपर्क मार्ग के जगह-जगह क्षतिग्रस्त होने से गंगोत्री से केदारनाथ जाने वाले पैदल कांवड़ यात्री कई बार जंगल में फंस चुके हैं। जिन्हें कई बार रात जंगल में ही बिताने को मजबूर होना पड़ रहा है। साथ ही पैदल संपर्क मार्ग के सही ना होने के कारण कावंड़ यात्रियों के साथ कभी भी कोई अप्रिय घटना घट सकती है।