उत्तराखंड
भर्ती के बावजूद नियुक्ति के लिए दर-दर भटक रहें अभ्यार्थी, अब भूख हड़ताल पर बैठे
देहरादून: उत्तराखंड में धामी सरकार ने भले ही रोजगार देने का वादा किया है। भर्तीयां निकल रही है। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। उत्तराखंड परिवहन निगम में 4 साल पहले भर्ती होने के बावजूद 24 लोगों को अभी तक नियुक्ति नहीं मिली है। नियुक्ति की मांग को लेकर सभी 24 लोगों ने गुरुवार से एकता विहार में भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। आंदोलनकारियों ने नियुक्ति ना मिलने तक वह लोग अपनी भुख हड़ताल जारी रखने का ऐलान किया है। साथ ही कहा है कि इस दौरान होने वाली जान माल की हानि का पूरा जिम्मेदार सरकार को बताया है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार भूख हड़ताल पर बैठे लोगों का कहना है कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 2017 में परिवहन निगम में मैकेनिक सहायक भंडार पाल टायर इंस्पेक्टर जैसे तकनीकी पदों पर भर्ती का विज्ञापन जारी किया गया था। चयन प्रक्रिया के तहत परीक्षा सहित सभी औपचारिकताएं सहित सभी 23 सितंबर, 2019 को आयोग द्वारा पूरी कर आवेदन करने वालों की सभी शैक्षिक योग्यता दस्तावेजों का सत्यापन पूर्ण कर लिया गया था। इस भर्ती प्रकिया को चार साल पूरे हो चुके है, लेकिन अभीतक नियुक्ति के आदेश जारी नहीं किए गए हैं। अब अभ्यार्थियों का कहना है कि उनके डिप्लोमा और अन्य प्रवेश परीक्षाओं की अधिकतम आयु पूरी हो चुकी है, लेकिन अभी तक उनकी नियुक्ति पर निगम मौन है। ऐसे में जॉइनिंग में देरी होने के कारण आवेदकों के वेतन और अनुभव दोनों की क्षति हो रही है।