Connect with us

देहरादून-दिल्ली एक्सप्रेसवे जल्द होगा तैयार, अबतक इतना हो चुका काम, पढ़ें अपडेट…

उत्तराखंड

देहरादून-दिल्ली एक्सप्रेसवे जल्द होगा तैयार, अबतक इतना हो चुका काम, पढ़ें अपडेट…

Dehradun News: अब देहरादून से दिल्ली का सफर आसान होने वाला है। महज ढाई घंटे में दून से दिल्ली में पहुँचा जा सकेगा। दिल्ली-हरिद्वार के बीच 5 से 2 घंटे तक कम हो जाएगा। इस परियोजना को पूरा करने के लिए काम युद्धस्तर पर चल रहा है। दिल्ली देहरादून के लिए डाटकाली मंदिर के पास टनल का कार्य एनएचएआई द्वारा सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। अब सड़क बनने में एक साल का समय लगेगा। देहरादून-दिल्ली एक्सप्रेसवे बनने से जल्द उत्तराखंडवासियों का दिल्ली तक का सफर आसान होने वाला है।

125 पिलर और टनल बनकर तैयार

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार सड़क राजाजी नेशनल पार्क से होकर गुजरने वाले एशिया के सबसे लंबे (12 किमी) वाइल्डलाइफ कॉरिडोर (Uttarakhand Wildlife Corridor) के हिस्से में पड़ने वाली 340 मीटर लंबी डाटकाली सुरंग के दोनों सिरे सफलतापूर्वक खुल गए हैं। टनल का कार्य पूरा कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि देहरादून से दिल्ली और पहाड़ों पर जाने के लिए ये मार्ग सबसे सुखद और आसान रहेगा। गाड़ियां ना केवल देहरादून बल्कि चकराता और उत्तरकाशी जिले में भी समय से पहले पहुंच जाएंगी। इसके दूसरी तरफ बन रही एलिवेटेड रोड का भी काम तेजी से चल रहा है। जिसमें लगभग 500 पिलर बन रहे हैं, जिसमें से लगभग 125 पिलर पूरे हो गए हैं, जबकि बाकी बचे पिलर का काम तेजी से चल रहा है।

यह भी पढ़ें 👉  अपर जिलाधिकारी पीएल शाह ने किया शिक्षा विभाग कार्यालय उत्तरकाशी का औचक निरीक्षण

दो चरणों में इकोनॉमिक कॉरिडोर का निर्माण

बताया जा रहा है कि दिल्ली-देहरादून ग्रीन फील्ड इकोनॉमिक कॉरिडोर Delhi-Dehradun Green Field Economic Corridor के पहले चरण की शुरूआत मार्च 2021 में हुई थी। पहले चरण में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से Eastern Peripheral Expressway दिल्ली तक छह लेन की एलिवेटेड रोड Elevated Road का निर्माण होना है। जबकि दूसरे चरण में हरिद्वार, मुजफ्फरनगर, शामली, यमुनानगर, बागपत, मेरठ व बड़ौत को जोडने के लिए सात जगह इंटरचेंज होंगे। इस एक्सप्रेसवे के लिए हरिद्वार तक 51 किमी के दौरान छह इंटरचेंज, चार फलाईओवर, छह प्रमुख पुल, 10 माइनर और दो आरओबी भी बनाए जाएंगे।

यह भी पढ़ें 👉  नवोदय विद्यालय में बिना परीक्षा मिल रही नौकरी, सैलरी भी शानदार

दून-दिल्ली एक्सप्रेसवे की खासियत

  • दिल्ली से देहरादून के बीच की 235 किलोमीटर की दूरी इस हाईवे से 210 किलोमीटर रह जाएगी लेकिन यह इतना तेज़ होगा कि सफर में समय 6.5 घंटे के बजाय 2.5 घंटे ही लगेगा।
  • इस रास्ते पर 25 किलोमीटर की एलिवेटेड रोड होगी और 14 सुरंगें और यह 6 लेन रास्ता साफ जंगलों के हसीन नज़ारों के बीच से होकर गुज़रेगा।
  • इस पूरे एक्सप्रेस वे को इस तरह डिज़ाइन किया जाएगा कि यहां वाहनों की कम से कम रफ्तार 100 किमी प्रति घंटा रहे।
  • इस एक्सप्रेस वे पर वन्यजीवों की सुरक्षा के लिहाज़ से 12 किमी की एलिवेटेड रोड बनाई जा रही है, जो देश में पहली बार हो रहा है।
यह भी पढ़ें 👉  भौगोलिक परिवेश को जानने-समझने का एक प्रयास

12 सदस्यों वाला एक्सपर्ट पैनल कर रहा निगरानी

गौरतलब है कि काफी विवादों के बाद इस प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली थी। एनजीटी ने दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे की निगरानी का काम राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण यानी NHAI को सौंपा था। एनजीटी ने प्राधिकरण से कहा है कि एक्सप्रेसवे का निर्माण पर्यावरण के अनुकूल हो और इससे पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे। इस निगरानी के लिए NGT ने उत्तराखंड के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में 12 सदस्यों वाला एक्सपर्ट पैनल बनाया था।

पर्यावरण को न पहुंचे नुकसान

इस पैनल का काम हाईस्पीड रोड के निर्माण के दौरान निकलने वाला मलबा सही तरीके से डिस्पोज कराना और एक्सप्रेसवे की वजह से पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचे या गणेशपुर-देहरादून सड़क (एनएच-72ए) पर वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर को बाधित होने से बचाना है।

Latest News -
Continue Reading

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

More in उत्तराखंड

उत्तराखंड

उत्तराखंड

VIDEO ADVERTISEMENT

Advertisement

ट्रेंडिंग खबरें

To Top