उत्तराखंड
अंकिता मर्डर केसः उत्तराखंड में बंद का दिखा कुछ ऐसा असर, कहीं निकली रैली कहीं पूरा बंद…
Uttarakhand Band: उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने की मांग को लेकर जनता में रोष है। आज विभिन्न संगठनों और राजनीतिक दलों ने उत्तराखंड बंद बुलाया है। गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक लोग सड़कों पर न्याय की मांग करते दिख रहे है। राज्य में आज बंद का असर देखने को मिल रहा है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार देहरादून में सुबह से लगभग सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं। तो वहीं बंद को सफल बनाने के लिए संगठनों की ओर से गांधी पार्क से घंटाघर तक जुलूस रैली निकाली गई। रैली के दौरान अंकिता को न्याय दो जैसे नारे लगाए गए। मसूरी में दोपहर 12 बजे तक दुकानें बंद रही। उत्तराखंड बंद का आह्वान ऋषिकेश के ग्रामीण क्षेत्र में पूरी तरह सफल रहा। शहरी क्षेत्र में बंद का मिलाजुला असर देखा गया।
वहीं पौड़ी और चमोली जिले में बंद का व्यापक असर दिखा। गढ़वाल मंडल के अन्य जिलों में क्षेत्र विशेष में बंद का कुछ असर दिखा। कई जगह धरना-प्रदर्शन भी किए गए। पौड़ी गढ़वाल के अंतर्गत यमकेश्वर प्रखंड में नीलकंठ महादेव मंदिर बाजार सहित लक्ष्मण झूला- स्वर्गाश्रम बंद रहा।
चमोली जिले में गोपेश्वर, कर्णप्रयाग, जोशीमठ में बाजार बंद रहे। बदरीनाथ में भी बंद का मिला-जुला असर रहा। माउंटेन ट्रेक्स की टीम ने उत्तराखंड बंद का समर्थन किया। वहीं सतोपंथ जा रहे यात्रियों ने भी इस मुहिम में अपना समर्थन दिया। लेकिन हल्द्वानी में इसका कोई खास असर नहीं दिखाई दिया. बाजार बंद के आह्वान को देखते हुए पुलिस भी मुस्तैद नजर आई।
जहां पुलिस ने व्यापारियों से आह्वान किया की बाजार बंद करने के लिए कोई जबरदस्ती नहीं है, यदि कोई व्यापारी अपनी दुकान खोलना चाहता है, तो वह खोल सकता है। वहीं राज्य आंदोलनकारियों समेत तमाम जन संगठनों के कार्यकर्ता गांधी पार्क के गेट पर एकत्रित हुए जन संगठनों की ओर से बंद को सफल बनाने की अपील की गई। इस बंद में तमाम जन संगठन, विभिन्न राजनीतिक संगठन, सामाजिक सरोकारों से जुड़े लोग शामिल हुए।