उत्तराखंड
उत्तराखंड के इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, लोगों से सावधानी बरतने की अपील…
प्रदेश में मानसून की वर्षा चरम पर है। देहरादून समेत ज्यादातर क्षेत्रों में मूसलधार वर्षा का दौर जारी है। लगातार हो रही वर्षा से पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन हो रहे है तो वहीं नदियां उफान पर है। इस बीच मौसम विभाग ने कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अलर्ट पर प्रशासन भी अलर्ट पर आ गया है।
मिली जानकारी के अनुसार मौसम विभाग ने उत्तरकाशी, देहरादून, टिहरी जिलों में बहुत भारी से भारी वर्षा की संभावना जताई है। इन तीन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं 11-12 जुलाई के लिए कुमाऊं और उससे जुड़े इलाके जैसे गढ़वाल, चमोली इलाकों में बहुत भारी से भारी वर्षा की संभावना है। इन जिलों के लिए भी रेड अलर्ट जारी किया है। ऐसे में लोगों से अपील है कि वे आवागमन सावधानी से करें, क्योंकि भूस्खलन की संभावना है।
वहीं मौसम विभाग के अलर्ट पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी जिलाधिकारियों और आपदा प्रबंधन विभाग को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। सभी संबंधित अधिकारी कर्मचारियों को फोन लगातार चालू रखने को कहा गया है। इसी क्रम में सचिव आपदा प्रबंधन डॉ रंजीत कुमार सिन्हा के निर्देश पर राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की ओर जिलाधिकारी चमोली, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, चम्पावत, नैनीताल एवं ऊधमसिंह नगर को अपने जनपदों में विशेष सावधानियां सुनिश्चित करने हेतु निर्देश जारी किये गए है।
संबंधित जिलाधिकारिओ को प्रत्येक स्तर पर तत्परता एवं सुरक्षा बनाये रखते हुए आवागमन में नियंत्रण रखने, किसी भी आपदा / दुर्घटना की स्थिति में त्वरित स्थलीय कार्यवाही करते हुए सूचनाओं का तत्काल आदान-प्रदान करने, आपदा प्रबन्धन IRS प्रणाली के नामित समस्त अधिकारियो एवं विभागीय नोडल अधिकारियो को
हाई अलर्ट में रहने, समस्त राजस्व उपनिरीक्षको , ग्राम विकास अधिकारियो , ग्राम पंचायत अधिकारियो को अपने क्षेत्रों में बने रहेंने, समस्त चौकी / थाने को भी आपदा सम्बन्धी उपकरणों एवं वायरलैस सहित हाई अलर्ट में रहने, उक्त अवधि में किसी भी अधिकारी / कर्मचारी को मोबाईल / फोन स्विच ऑफ नहीं करने, अधिकारीगणो को बरसाती, छाता, टार्च हैलमेट तथा कुछ आवश्यक उपकरण एवं सामग्री अपने वाहनों में रखने हेतु उचित कार्यवाही करने के निर्देश दिए है।
वहीं, उक्त अवधि में लोगों के फँसे होने की स्थिति पर खाद्य सामग्री व मेडिकल सुविधा की व्यवस्था करने, विद्यार्थियों की सुरक्षा के दृष्टिगत विद्यालयों में विशेष सावधानी बरतने, असामान्य मौसम, भारी वर्षा की चेतावनियों के दौरान उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों के
आवागमन की अनुमति न देने, नगर एवं कस्बाई क्षेत्रों में नालियों एवं कलवटों के अवरोधों को दूर करने, NH , PWD, PMGSY, ADB, BRO, WB, CPDW आदि किसी भी मोटर मार्ग के बाधित होने की दशा में उसे तत्काल खुलवाना सुनिश्चित करने,केन्द्रीय जल आयोग के लिंक http//ffs.india-water.gov.in से जलस्तर / खतरे की स्थिति की सतत मॉनिटरिंग सुनिश्चत करने के निर्देश जारी किये गए है |